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रुद्रपुर। 22 नवंबर 2024 ऑटो ड्राइवर सुमित श्रीवास्तव हत्याकांड एक ऐसी गुथ्थी थी जिसमें पुलिस उलझ कर रह गई थी। 9 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस सुमित का कोई सुराग नहीं लगा पाई थी इस खौफनाक वारदात को लेकर पुलिस परेशान थी यह कोई नहीं जानता था कि सुमित लापता नहीं हुआ है बल्कि उसकी हत्या कर दी गई है सुमित एक रहस्य बना हुआ था जिसे सुमित श्रीवास्तव की पत्नी और उसके प्रेमी ने मिलकर अंजाम दिया सुमित का शव सात फीट गहरे गड्डे में एक बोर में नमक लगाकर दबाया गया था तथा गड्डे में शव को गलाने के लिए 50 किलो नमक डाला गया था। पुलिस के मुताबिक अगर कुछ दिन और हत्याकांड का पता नहीं चलता तो शव की हड्डियां तक गल जाती और सुमित का सब गल जाता और किसी को कोई सुराग तक नहीं मिलता। शुक्रवार प्रात कोतवाली पुलिस को किसी ने सूचना दी की जंगल में सुनसान जगह से बदबू आ रही है सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब जमीन की मिट्टी का खुदान कराया तब तक पुलिस को यह मालूम नहीं था कि जिस जगह खुदान किया जा रहा है उसे गड्ढे में 9 दिन पूर्व लापता हुए शख्स सुमित श्रीवास्तव का शव निकलेगा जब पुलिस ने गहरा गड्डा खोदना शुरू किया तो मिट्टी से नमक बाहर आने लगा धीरे-धीरे खुदाई में अचानक एक हाथ नजर आया हाथ पर सुमित श्रीवास्तव लिखा हुआ था। हाथ पर अंकित नाम देखकर पुलिस हैरान रह गई क्योंकि सुमित श्रीवास्तव 14 नवंबर से लापता था और आज उसका शव पुलिस के सामने था।
14 नवंबर की रात्रि से लापता चालक सुमित श्रीवास्तव के परिजन लगातार रमपुरा चौकी से कोतवाली व कोतवाली से रामपुरा चौकी के चक्कर काट रहे थे। लेकिन जब 21 नवंबर को पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कोतवाल का घेराव कर 24 घंटे का अल्टीमेटम पुलिस को दिया तो पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस सुमित का पता लगाने को लेकर 16 नवंबर को गुमशुदगी की तहरीर आने के बाद पुलिस ने सदेह होने पर गणेश चंदा को पूछताछ के लिए उठाया तो मंगलवार वाले दिन सुमित की पत्नी रेनू ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की कोशिश कर हाथ की नस काटकर खुदकुशी का प्रयास किया, लेकिन सुमित के भाई ने आकर जान बचाई। उस वक्त लोगों को ऐसा लग रहा था कि शायद पति के लापता होने के बाद पत्नी गमजदा है।
13 नवंबर को सुमित को रास्ते से हटाने का पत्नी ने दिया था इशारा
सुमित की पत्नी रेनू इतनी शातिर थी कि उसको सुमित की हत्या के बारे में 16 नवंबर को ही पता लग गया था क्योंकि पति सुमित श्रीवास्तव की हत्या की पूरी साजिश पत्नी रेणु ने 13 नवंबर को सुमित श्रीवास्तव को रास्ते से हटाने का इशारा अपने प्रेमी गणेश चंद्र को दे दिया था हत्याकाड की साजिश रेनू को 16 नवंबर को हत्या किए जाने की खबर मिल चुकी थी। बताया कि 14 नवंबर के बाद से ही रेनू ने प्रेमी गणेश चंद्रा से संपर्क तोड़ दिया था और 16 नवंबर को जब पता चला कि सुमित की हत्या कर शव कल्याणी नदी में फेंक दिया है। तो उसके बाद सुमित की पत्नी रेणु ने पुलिस चौकी में तहरीर देकर पुलिस से आति शीघ्र पति सुमित को सकुशल बरामद कराने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया था।दिया था और रची गई साजिश के तहत ही मुर्गा पाटी के बहाने भेजना तय हुआ था। जब शाम साढ़े दस बजे हत्यारोपी गणेश की कॉल आयी तो एक बार सुमित ने जाने से इंकार कर दिया, लेकिन रेनू ने जबरन एक टिफिन में बना हुआ मुर्गे का मीट व चार रोटियां बांधकर दी और इंजॉय करने को कहा रेनू को पता था कि पति की यह आखिरी पाटी होगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने बताया कि हत्याकांड की साजिशकर्ता रेनू हत्यारोपी गणेश चंद्रा व मृतक चालक सुमित श्रीवास्तव दोनों से प्यार करती थी, लेकिन नौ साल पहले उसने सुमित से प्रेम विवाह करने का निर्णय लिया। थाना ट्रांजिट कैप में कुछ साल रहने के बाद दोनों दाम्पत्य जीवन व्यतीत करने के लिए रंपरा बस्ती स्थित किराए के मकान में गहने लगे। जहां डेढ़ साल
पहले उसकी मुलाकात अपने पुराने आशिक गणेश चंद्रा से हुई।
पति की गुमशुदगी पर घड़ियाल आंसू बहा रही थी पत्नी
14 नवंबर से पति सुमित के लापता होने के बाद साजिशकर्ता रेनू ने घड़ियाली आसू बहाकर लोगों के अलावा पुलिस को भ्रमित किया।21 नवंबर को चेराव के दौरान भी रेनू ने हंगामा काटकर और रो-रोकर पति का सुराग लगाने की गुहार लगाई। इसे देखकर हर कोई भ्रमित हो गया यहां तक की प्रारंभिक जांच में पुलिस उसे निर्दोष बता रही थी।
डेढ़ साल की मुलाकात प्रेम प्रसंग में बदल गई
डेढ़ साल की मुलाकात एक बार फिर प्रेम प्रसंग में बदल गई और दोनों के बीच पहला प्यार पति सुमित आने लगा तो रेनू ने गणेश से पहले प्यार को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली और खौफनाक कहानी को अंजाम 14 नवंबर की रात्रि 12 बजे के करीब दिया गया। जहां गणेश चंद्रा ने अपने साथियों के साथ और मिलकर-मुर्गा पार्टी की जूते के फीते से गला घोंट कर उसकी हत्या कर, चेहरे को बीयर की बोतल से मिटाने की कोशिशा भी की।
पुलिस ने सुमित की हत्या में इन लोगों को बनाया है अभियुक्त
सुमित हत्याकांड में पुलिस ने मृतक सुमित की पत्नी रेणु, वंश, दीपक, शिवम और गोविन्दा को अभियुक्त बनाया है उपरोक्त आरोपियों ने मिलकर सुमित की हत्या कर सुमित के शव को कल्याणी नदी के किनारे गड्ढा खोदकर दबाया उपरोक्त मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया है जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
संपादक: काशी क्रांति- हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र
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