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काशीपुर। 17 फरवरी 2025 स्मार्ट मीटर लगाने के बहाने ऊर्जा निगम के निजीकरण का काम किया जा रहा है यह बात वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव जितेंद्र सरस्वती ने कही ओर कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर उत्तराखंड की सरकार एक बार फिर गरीबों को उत्पीड़न करने का काम कर रही है।

स्मार्ट मीटर लगाने के बहाने ऊर्जा निगम के निजीकरण का काम किया जा रहा है। पूरे उत्तराखंड में स्मार्ट मीटर लगाने का काम अदानी की कंपनी को मिला है,लेकिन मीटर पर केवल कंपनी का नाम लिखा है। पीसीसी सचिव सरस्वती ने कहा कि पूरे प्रदेश में कमीशन खोरी का राज है, सरकार विभागों के भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रही है। स्मार्ट मीटर लगाने पर 2 महीने की सिक्योरिटी किस आधार पर ली जा रही है। ऊर्जा विभाग और सरकार का तंत्र लोगों को गुमराह करने का काम कर रहा है, जबकि स्मार्ट और प्रीपेड मीटर एक सिक्के के दो पहलू है। कांग्रेसी नेता सरस्वती ने कहा कि क्या सरकार बताएगी कि प्रीपेड मीटर में बैलेंस खत्म होने पर परीक्षा की तैयारी कर रहे किसी छात्र का देहाती बिजली कट होने पर भविष्य कैसे सुरक्षित रह पाएगा । सरकारी विभागों में अक्सर सर्वर डाउन होने पर उपभोक्ताओं को परेशानी होती है। सरकार को चाहिए कि पहले ऊर्जा निगम को अडानी की कंपनी का गुलाम बनाने से रोका जाए उसके बाद प्रीपेड और स्मार्ट मीटर की बात की जाए। ऊर्जा निगम का निजीकरण कांग्रेस सहन नहीं करेगी।
[2/17, 12:39 PM] Jitendr Sarsbati Ji: स्मार्ट मीटर सरकार की निजीकरण की सोच : सरस्वती

By Ali Akbar

संपादक: काशी क्रांति- हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र

मुख्य कार्यालय– इस्लामनगर, बसई चौक, थाना कुंडा, काशीपुर, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड 244713 सम्पर्क सूत्र– 99279 76675

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