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काशीपुर 7 जनवरी 2022 भारत माता के जयकारो के बीच आप नेता दीपक बाली का कारवां काशीपुर नवनिर्माण पदयात्रा के दूसरे दिन जैसे ही ग्राम बघेलेवाला ,शिवलालपुर ,बांस खेड़ी व गुलडिया और रायपुर पहुंचता है तो दीपक बाली गाँवों की हर सड़क पर घूमते हैं और 20 वर्षों में विधायक के विकास की असली तस्वीर ग्रामीणों को दिखाते हैं। और टूटी सडकों को नापते हैं ।विधायक ने 20 साल में बघेले वाला में एक बारात घर बनवाया है जिस की स्थिति भी दयनीय है ।टूटी फूटी सड़कें और उन पर बहता पानी तथा यहां भी शिक्षा के मंदिर की दुर्दशा तथा अस्पताल नाम की कोई चीज न होना देखकर दंग रह जाते हैं। वह ग्रामीणों से कहते हैं कि क्या अब तक आपने इसीलिए भाजपा के विधायक हरभजन सिंह चीमा को 20 वर्षों तक वोट दिया कि आप को विकास के नाम पर ऐसी दुर्दशा झेलनी पड़े? दीपक बाली विधायक चीमा पर जमकर बरसे और 20 वर्षों में उनके द्वारा कराए गए विकास के झूढे दावों की पोल खोल कर रख दी।
उन्होंने कहा कि जब चीमा पहला चुनाव लड़े थे तो किसानों और मजदूरों से कहा था कि तुम्हारे पर कोई भी संकट आएगा तो मैं साथ खड़ा मिलूंगा और तुम्हारे ऊपर उठने वाला कोई भी डंडा पहले मेरे ऊपर से होकर गुजरेगा मगर दुर्भाग्य कि विधायक चीमा 1 साल तक चले किसान आंदोलन में 700 किसानों के शहीद हो जाने के बाद भी कहीं नजर नहीं आए। न उन्होंने कोई विकास किया । किया होता तो आज ग्रामीण क्षेत्र की ऐसी दुर्दशा न होती ।विधायक जी जवाब दें कि पिछले 20 वर्षों से उनके विकास कार्य केवल एक ही ठेकेदार क्यों कर रहा है ?लगता है यह भी उनके भ्रष्टाचार का अलग तरीका है ।
ग्रामो की दुर्दशा देखकर दीपक बाली निराशऔर उदास ग्रामीणों का आह्वान करते हैं कि आओ मेरे साथ आओ अब करेंगे इस काशीपुर क्षेत्र का नव निर्माण । इस बार आपने मौका दिया तो न टूटी सड़कें होंगी और न टूटी नालियाँ । आपके बच्चों के पढ़ने के बेहतर स्कूल होगेंऔर उपचार के लिए शानदार अस्पताल ।मां बहनों को हर माह 1000रू पेंशन मिलेगी तो बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलने तक हर माह मिलेगा 5000 रू बेरोजगारी भत्ता।बिजली और पानी फ्री होगा और बुजुर्गों को मिलेगी तीर्थ स्थलों पर घूमने की फ्री सुविधा।जैसा दिल्ली को चमकाया है अब उससे भी बेहतर चमकाएंगे उत्तराखंड को , ताकि उत्तराखंड पूरे देश का विकास मॉडल बने ।
अब ना कोई प्लायन होने देंगे और ना कोई भूखे पेट सोएगा। हर हाथ को काम मिलेगा और यदि यह नहीं कर पाया तोअगली बार वोट मांगने नहीं आऊंगा । मैं नेता नहीं हूं। मैं काम करने आया हूं और राजनीति के घिनौने चेहरे को बदलने आया हूं। मैं अगली बार आकर नहीं कहूंगा कि मुझे माफ कर दो और एक मौका और दे दो । मैं आप को दिखाने आया हूं कि काम तो हो सकता था मगर जिन नेताओं को आपने वोट दिया उन्होंने काम किया ही नहीं । अब फिर आपके हाथ में मौका आया है ।एक बार प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनवा दो फिर देखिए आपके काशीपुर क्षेत्र का कितना शानदार विकास होता है। जनता के खून पसीने की कमाई अब जनता के विकास पर खर्च होगी।
दीपक बाली घर घर जाकर माताओं बहनों और बुजुर्गों की समस्या सुनते हैं तो चौपाल पर बैठकर ग्रामीणों के दर्द को भी साझा करते हैं।
ग्रामीण खुद उनसे सवाल करते हैं कि बाली जी आप भी चीमा जैसे तो नहीं निकलेंगे ? वे जवाब देते हैं कि एक बार आजमा कर तो देखो कोई बिजली कीसमस्या से ग्रस्त है तो कोई इलाज ना होने के कारण। कोई टूटी सडकों से परेशान हैं तो कोई बच्चों को अच्छे स्कूल में न पढा पाने के लिए दुखी ।लोग लिख कर भी अपनी समस्याएं दे रहे हैं और दीपक बाली इन समस्याओं को तुरंत मुख्यमंत्री निदान पोर्टल पर लोड करा देते हैं। वे कहते हैं कि मुझे ताकत दो ताकि मैं खुद ही इन समस्याओ को निपटा सकूं ।गांव के एक कोने में वह वीडियो वैन चल रही है जिस पर दिखाया जा रहा है कि आज आपके गांव की क्या दुर्दशा कर दी हैआप के उन नेताओं ने जिन्हें आपने 20 सालों तक वोट दिया और यदि इस बार दीपक बाली को आपने चुनाव जिताया तो कैसा शानदार काशीपुर बनेगा आपका। श्री बाली पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर भी कटाक्ष करते हैं कि जब सत्ता थी तो उन्होंने काशीपुर को जिला नहीं बनाया और अब सत्ता नहीं रही तो उन्हें जिला बनाने की याद आ रही है ।स्त्री पुरुष चर्चा कर रहे हैं कि काश दीपक बाली जैसा नेता पहले आ जाता तो हम नाकारा नेताओं को ना चुनते। लोग इस बात पर भी खुश हैं कि इस बार विकास के लिए वोट देगें।
शराब और पैसे के लिए नहीं। दीपक बाली साफ कह रहे हैं कि मैं शराब और पैसा न बाटूँगां और न बाँटने दूंगा। मैं घर उजाडने नहीं बसाने आया हूं ।केवल काम करके दिखाऊंगा ।ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा कि एक युवा नेता रात उनके बीच गुजार कर उनकी हर समस्याओं को सुन भी रहा है और देख भी रहा है ।पिछले नेताओं ने अपनी तो सुनाई मगर जनता की कभी नहीं सुनी । जब ग्रामीण यह कहते हैं कि नेता वोट लेकर चले जाते हैं और लौटकर मुड़कर भी नहीं देखते तो दीपक बाली ने कहा कि फिर ऐसे नेताओं को क्यों चुनाव जिताते हो ?क्या कोई चुनाव से पहले इस तरह आपके बीच आकर रुका है तो इस पर ग्रामीण निरुत्तर हो जाते हैं और कहते हैं कि चिंता मत करो इस बार झाड़ू ही चलेगी क्योंकि हम फूल को वोट दे दे कर खुद फूल बनकर रह गए है औरकांग्रेस का हाल यह है कि उसे वोट दो तो वह बेकार चला जाता है। इसी बीच ग्रामीण चाय बनवा कर ले आते हैं तो दीपक बाली मना करते हैं कि बस आपसे सहयोग चाहता हूं ।यही मेरे लिए असली चाय होगी । यह सुन गांव की बुजुर्ग महिला बाली के सिर पर हाथ फिराते हुए कहती है कि बेटा चाय पी लो जब तुम हमारे साथ हो तो अब हम भी तुम्हारे साथ हैं। इसी बीच कुछ दूर बज रहे बैंड पर ग्रामीणों को धुन सुनाई देती है कि इस बार तो बस किसी और को नहीं दीपक बाली को चुनाव जिताना है ।
अब हमें मिलकर किसी और के बहकावे में नहीं आना है। कुछ लोग नाचने भी लगते हैं। यहां से काशीपुर के नव निर्माण की पदयात्रा का यह काफिला अगले गांव की ओर बढ़ जाता है और ग्रामीण नारा लगाकर विदाई देते हैं कि दीपक बाली संघर्ष करो इस बार हम तुम्हारे ही साथ हैं। दीपक बाली का हौसला और बढ़ता है और वे तेज कदमों से पैदल ही अगले गांव की ओर चल पडते हैं। रात्रि निवास के दौरान ग्रामीण अपने-अपने घरों से मना करने के बावजूद रोटी और सब्जी लाकर खिला रहे हैं ।श्री बाली की पत्नी श्रीमती उर्वशी बाली एवं बेटी मुद्रा भी श्री बालीके साथ रात्रि निवास में शामिल होती हैं ।दूसरे दिन की पदयात्रा में यात्रा संयोजक जिला अध्यक्ष मुकेश चावला जिला उपाध्यक्ष अमनबाली अभिताभ सक्सेना पवित्र शर्मा महानगर अध्यक्ष मनोज कौशिक सोहेल अब्बास संजय पांचाल आशु भारती अजय वीरयादव अजय शर्मा नील कमल शर्मा पूजा अरोरा समीर चतुर्वेदी अमित सक्सेना रमेश चंद्र आकाश मोहन दीक्षित हरीश कुमार साहब सिंह हरसिमरन सिंह जहूर खान भूप सिंह संजीव शर्मा नूर मोहम्मद जसराम महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष गीता रावत मधुबाला सचदेवा रेखा देवी गीता देवी यशोदा रजनी ठाकुर सीमा जैस वआनंद कुमार सहित अनेक आप कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे रात्रि निवास ग्राम गुलडिया में संजीव शर्मा के यहां रहता है।
संपादक: काशी क्रांति- हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र
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